खुटहन
भूमि विवाद को लेकर खुटहन के उचैना मजरा निवासी और दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता मनोज सिंह की मनबढ़ पड़ोसियों द्वारा पिटाई से हुई मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। घटना में आरोपित छह लोगों में से पांच को पुलिस ने पिलकिछा तिराहे से और छठे आरोपित को गौसपुर बाजार के पास से शनिवार की भोर में गिरफ्तार कर लिया। आवश्यक कार्रवाई पूरी करने के बाद सभी को न्यायालय भेज दिया गया।
अधिवक्ता की मौत से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए उनके वीडियो और उनके चाचा बिजय बहादुर सिंह द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने नीरज सिंह, पंकज सिंह, अजय सिंह, सांवले सिंह, रितिक सिंह और युवराज सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
पुलिस का ऑपरेशन
थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर पांच आरोपियों को उस समय पकड़ा गया जब वे पिलकिछा तिराहे पर सवारी गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। उनकी निशानदेही पर छठे आरोपित युवराज सिंह को गौसपुर बाजार से गिरफ्तार किया गया।
घटना का विवरण
गत 23 दिसंबर को विवादित भूमि की पैमाइश के दौरान अधिवक्ता मनोज सिंह को पड़ोसियों ने गंभीर रूप से घायल कर दिया था। वाराणसी में इलाज के दौरान गुरुवार को उनकी मौत हो गई। मृत्यु से पहले अधिवक्ता ने एक वीडियो वायरल कर पड़ोसियों पर पिटाई और जहरीला पदार्थ पिलाने का आरोप लगाया था।
मामला अधिवक्ता से जुड़ा होने के कारण पुलिस-प्रशासन भी सतर्क हो गया। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक सकलदीप सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था।
न्याय के लिए आवाज
इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। अधिवक्ता समाज ने भी न्याय की मांग करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।