जौनपुर, सरायख्वाजा: जमीन पकड़ी गांव के पास सोमवार की रात एक हृदय विदारक हादसा हुआ, जिसमें 22 वर्षीय सूरज यादव की दर्दनाक मौत हो गई। सूरज, जो अपने पिता की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, उसी ट्रैक्टर के नीचे दबकर अपनी जान गंवा बैठे जिसे उन्होंने लोन पर लेकर परिवार की आजीविका का साधन बनाया था।
कैसे हुआ हादसा:
जानकारी के अनुसार, सूरज अपने बगल के गांव के ईंट भट्टे से मिट्टी ढोने का काम कर रहे थे। पिछले कुछ समय से जमीन पकड़ी गांव के आसपास अवैध खनन का कारोबार जोरों पर है, और सूरज ने भी इसी काम में अपनी रोजी-रोटी ढूंढी थी। सोमवार की रात जब वह मिट्टी खाली करके ट्रैक्टर से लौट रहे थे, तो उनका ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर खंदक में पलट गया, जिससे वह ट्रैक्टर के नीचे दब गए।
परिवार की चिंता और दर्दनाक सच:
रात के करीब 3 बजे तक सूरज के घर न लौटने पर उनके परिवार वालों को चिंता हुई और उन्होंने उनकी तलाश शुरू की। सुबह 5 बजे उन्हें सूचना मिली कि जमीन पकड़ी गांव के पास एक ट्रैक्टर खंदक में पलटा हुआ है। मौके पर पहुंचने पर परिवार वालों ने देखा कि सूरज ट्रैक्टर के नीचे फंसे हुए हैं। काफी प्रयास के बाद ट्रैक्टर को हटाया गया, लेकिन तब तक सूरज की मौत हो चुकी थी।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़:
सूरज, जो हाल ही में अपने पिता को खोने के बाद परिवार का सहारा बने थे, ने लोन पर ट्रैक्टर लेकर परिवार का भरण-पोषण करने का जिम्मा उठाया था। दो भाइयों में छोटे सूरज की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है, और गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हादसे की जांच में जुट गई है।
अवैध खनन के खतरनाक परिणाम:
यह दर्दनाक हादसा अवैध खनन की खतरनाक हकीकत को उजागर करता है, जहां रोजगार के लिए मजबूर युवा अपनी जान गंवा रहे हैं। सूरज की असमय मौत ने पूरे गांव और परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है।