जौनपुर में राजकीय धन के गबन का एक बड़ा मामला सामने आया था, जिसमें करोड़ों रुपये की हेराफेरी का खुलासा हुआ था। 22 अगस्त को जिलाधिकारी (DM) रविंद्र कुमार मांदड ने एनएचआई के काला कार्यालय पर छापेमारी की थी, जिसके बाद से जांच में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं।
जांच के दौरान पाया गया कि राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार तिवारी और उनके सहयोगी हिमांशू शर्मा व अनिल मंडल ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपये का गबन किया। सीता देवी को मिलने वाले 3.38 लाख रुपये के प्रतिकर के बजाय 34.46 लाख रुपये की फर्जी पावती बनाई गई थी। इसके अलावा, गाटा संख्या 586 के भूमि अधिग्रहण के मामले में भी कूटरचना कर प्रतिकर राशि में हेरफेर की गई थी।
छापेमारी के बाद से डीएम और प्रशासनिक टीम की लगातार कार्रवाई जारी है। अपर जिलाधिकारी (भू-राजस्व) गणेश प्रसाद सिंह ने समय रहते धन आहरण पर रोक लगा दी, जिससे बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया।
अब तक तीन आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, लेकिन जांच जारी है और सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कई और लोगों की गर्दन फंसनी बाकी है। प्रशासन द्वारा मामले की गहन जांच की जा रही है, जिससे जल्द ही और भी नाम सामने आ सकते हैं।