जौनपुर दीवानी कचहरी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार रमेश चंद उपाध्याय ने चुनावी मैदान में उतरते ही अपने प्रमुख मुद्दों की घोषणा कर दी है। उन्होंने कचहरी परिसर में शौचालयों की खराब स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रखा है।
उपाध्याय का कहना है कि दीवानी कचहरी में शौचालय की व्यवस्था बेहद खराब है, और नए शौचालयों का निर्माण करवाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। इसके अलावा, पार्किंग की उचित व्यवस्था भी उनके एजेंडे में है, ताकि अधिवक्ताओं और आगंतुकों को पार्किंग की समस्या से छुटकारा मिल सके।
रमेश चंद उपाध्याय ने कचहरी में अधिवक्ताओं पर होने वाले हमलों को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम को लागू कराने के लिए वह संघर्ष करेंगे, जैसा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में किया गया है। यदि यह अधिनियम लागू नहीं होता है, तो अधिवक्ताओं को छोटी-छोटी समस्याओं के लिए पुलिस के पास जाना पड़ता है और आंदोलन की जरूरत महसूस होती है।
जूनियर अधिवक्ताओं के लिए अलग से चैंबर की व्यवस्था, अधिवक्ताओं के लिए बीमा योजना और चिकित्सा सुविधाएं भी उनके एजेंडे में शामिल हैं। इसके अलावा, सीनियर अधिवक्ताओं के लिए आकस्मिक निधि की व्यवस्था की जाएगी ताकि किसी आपात स्थिति में उनकी मदद हो सके।
महिला अधिवक्ताओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए उपाध्याय ने कहा कि कचहरी में उनके लिए शौचालय की कोई सुविधा नहीं है, जो कि बेहद शर्मनाक है। उन्होंने वादा किया कि इस समस्या का समाधान उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा।
इन सभी मुद्दों के साथ रमेश चंद उपाध्याय दीवानी कचहरी के अध्यक्ष पद के चुनाव में उतर रहे हैं, और उन्होंने कचहरी की स्थिति में व्यापक सुधार का संकल्प लिया है।