समाजसेवी एवं अधिवक्ता विकास तिवारी ने फिर से जनहित में अभियान शुरू किया है। गुरुवार को उन्होंने जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने दोहरा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। तिवारी ने जिलाधिकारी को पूर्व में जारी आदेशों की प्रतियां सौंपी और बताया कि दोहरा के सेवन से जौनपुर के कई युवा घातक बीमारियों, विशेषकर कैंसर, का शिकार हो रहे हैं।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि नगर मजिस्ट्रेट जौनपुर ने 2011 में अपने आदेश में दोहरा को जनस्वास्थ्य के लिए हानिकारक घोषित किया था, और इसके सेवन से होने वाले नुकसान पर कई बार समाचार पत्रों में रिपोर्ट की गई है। टाटा कैंसर अस्पताल की रिपोर्ट भी इस बात की पुष्टि करती है कि दोहरा सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियाँ होती हैं।
विकास तिवारी ने बताया कि पूर्व जिलाधिकारी द्वारा दोहरा पर रोक लगाने के लिए कई योजनाएं चलाई गई थीं, जिनमें इसका सेवन करने वालों पर जुर्माना लगाने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई थी। तिवारी ने मांग की है कि वर्तमान जिलाधिकारी इस मामले पर ध्यान दें और तत्काल प्रभाव से पान-मसाला के नाम से बेचे जा रहे दोहरा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाएं। साथ ही उन्होंने यह अनुरोध किया है कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 15 मिनट का समय प्रदान किया जाए ताकि दोहरा से पीड़ित लोगों की पीड़ा को सामने लाया जा सके।
जिलाधिकारी ने इस मामले में सिटी मजिस्ट्रेट और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को जांच के निर्देश दे दिए हैं, जिससे जल्द ही इस पर ठोस कार्रवाई की उम्मीद है।